संवाददाता सूरज सागर।
बरेली/ ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय महासचिव एवं दरगाह आला हजरत स्थित इस्लामिक रिसर्च सेंटर के डिप्टी डायरेक्टर मोहम्मद आरिफ अंसारी ने कहा आला हजरत इल्म के बहुत बड़े समंदर थे और इल्म के समंदर में से सुन्नियत के नायब मोती निकल निकल कर अपनी किताबों की सकल में पिरोते रहे और तकरीबन 1500 किताबे अलग अलग भाषाओ मेंअपने हाथो से लिखी जिस पर पूरी दुनिया के सुन्नी मुसलमानो को आज फक्र है आगे वरिष्ठ समाजसेवी मो०आरिफ अंसारी ने कहा तकरीबन 372 उलूम में आला हजरत को महारत हासिल थी जैसे इल्म ए जफर,इल्म ए रमल,इल्म ए रियाज़ी,इल्म ए फलकयात,इल्म ए मनतिक,इल्म ए नुजूम,इल्म ए कीमिया,इल्म ए रिमिया ,इल्म सिमिया,इल्म ए सर्फ,इल्म ए फलशिफा,इल्म ए मोशिकिन, इल्मो आकायद,इल्मो ताबिलोरोया,इल्मो उरूज़,इल्म ए गियाफा,इल्म ए जमादात,इल्म ए नबादात,इल्म ए हैबानत, इल्मो जबरो मुकाबला,इल्मो बर्री बर भहर,इल्म ए अदतयात,इल्म ए अमलयात, इल्म ए बलियात, इल्मो फराइज,इल्मो तोहिद,इल्मो कलम,इल्म ए नूर,इल्म ए कानून,इल्म ए नाहेब,इल्म ए फिक,इल्मो उसूलो फिक,इल्म ए हदीस, इल्मो उसूलो हदीस, इल्मो लुगात ए हदीस, इल्मो आसानिदे हदीस,इल्म ए तकरीरे हदीस,इल्म ए तफसीर,इल्मो कुरान, इल्मो जोराफिया,इल्मो हिंदशा, इलमुुलहिसाब, इल्मो इकार, इल्म ताजरिद,इल्मो बालागत, इल्म ए तिब्ब बो हिम्मत,आदि बेशुमार उलुमो का इल्म अल्लाह ने अपने रसूल के सदके में आशिक ए रसूल को आता फरमाए इसी लिए तो आज पूरी दुनिया कहती है आला हजरत ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इस्लामिक रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने आला हजरत की लिखी हुई हजारों किताबे और अपने हाथो से लिखी हुई किबाबो को दिन रात मेहनत करके छापबा कर अपने इस्लामिक रिसर्च सेंटर पर उर्स ए रजवी के मौके पर रखी है देश-विदेश के इस्लामी स्कॉलर जैसे सऊदी अरब, मिस्र, अमेरिका पाकिस्तान, बांग्लादेश, साउथ अफ्रीका,नेपाल, इंडोनेशिया, आदि विभिन्न देशों के इस्लामी स्कॉलर आला हजरत की किताबों पर रिसर्च करने के लिए मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के संपर्क में है आगे आरिफ अंसारी ने कहा मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के हाथो से लिखी हुई सैकड़ों किताबो में सबसे ज्यादा मशहूर किताब मुफ्ती आजम हिंद और उनके खुल्फा हुई जिसका बिमोचन केरला के राज्यपाल जनाब आरिफ मोहम्मद खां ने केरल से चलकर बरेली सर्किट हाउस में विमोवन किया इस मौके पर मैं भी बतौर हैसियत डिप्टी डायरेक्टर मौजूद रहा मैं सभी को 105 वा उर्स ए रजवी में आने वाले जायरीन को दिली मुबारकबाद पेश करता हूं।