सूरज गंगवार पिता दिवस पर पिता के लिए कुछ लाइनें
क्या कुछ कहा सूरज गंगवार ने पितृ दिवस पर पिताओं के सम्मान में एक व्यापक रूप से मनाया जाने वाला पर्व है। जिसमें पितृत्व बंधन तथा समाज में पिताओं के प्रभाव को समारोह पूर्वक मनाया जाता है।भारत देश में इस इसे जून के तीसरे रविवार तथा अनेक देशों में यह अन्य दिन मनाया जाता है। यह माता के सम्मान हेतु मनाए जाने वाले मातृ दिवस का पूरक है। पिता एक ऐसा शब्द है जिसके बिना किसी के जीवन की कल्पना भी नहीं को जा सकती है। यह एक ऐसा पवित्र रिश्ता है जिसकी तुलना किसी रिश्ते से नहीं हो सकती है।