रिपोर्ट- सूरज सागर।
बिशारतगंज,, खुशी फाउंडेशन के तत्वाधान में होली मिलन समारोह के अंतर्गत रविवार की रात नगर में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। कार्यक्रम का उद्घाटन बिथरी विधायक डॉ राघवेंद्र शर्मा ने किया। इस मौके पर विधायक डॉ शर्मा ने कहा कि बिशारतगंज का सांप्रदायिक सौहार्द पूरे देश में एक मिसाल है। विधायक ने उत्कृष्ट प्रस्तुति करने वाले कलाकारों, कवियों और शायरों को सम्मानित भी किया। कवि सम्मेलन और मुशायरा के दौरान दिल्ली से आई कवित्री सरिता जैन द्वारा प्रस्तुत की गई कविता “””बताए तो कोई यह क्या हो रहा है अजब सा यह माजरा हो रहा है कि बुढ़ापे में मां-बाप को कौन रखें बच्चों में अब मशविरा हो रहा है”””ने श्रोताओं की भारी भीड़ को भावविभोर कर दिया। शायर शकील बरेलवी की ग़ज़ल “””न कर वादों पे वादे तू भरोसा टूट जाता है यकीं नाजुक सा शीशा है यह शीशा टूट जाता है किसी से गुफ्तगू करना तो करना नर्म लहजे में दिलों पर ठेस लगती है तो रिश्ता टूट जाता है”” ने खूब वाहवाही बटोरी। इस मौके पर बरेली से आए शायर सैयद फरहान अली चंदौसी से उन्नति शर्मा बदायूं से उज्जवल वशिष्ठ, आदेश कुमार राय पीलीभीत से उमेश मैनपुरी से दुर्गेश भदौरिया वजीरगंज से आदित्य तोमर को भी श्रोताओं ने खूब पसंद किया। डा वसीम अहमद, विपिन गौड़, चुन्नी लाल सागर, सीनम अंसारी, व अलीगंज से राजा यादव के द्वारा प्रस्तुत किए गए गीत बेहद सराहे गए।इस मौके पर निवर्तमान चेयरमैन सूरजपाल मौर्य, पूर्व चेयरमैन लाल मियां कुरेशी, मोहम्मद रियाज अंसारी, नानकराम सागर ,बृजेश आजाद,अखिलेश गुप्ता, शिवकुमार साहू, डॉ अनुपम विश्वास ,जाबिर अंसारी, रईस अहमद, अमीर मियां मंसूरी, दिनेश यादव, डॉ प्रयांक श्रीवास्तव, सोनू देवल, भानु साहू, कदीर अहमद, मुसर्रत अल्वी, एहसान मोहम्मद, कमालुद्दीन मंसूरी, राशिद अली आदि ने सराहनीय योगदान दिया।