संवाददाता सूरज सागर।
बरेली। इस बार के बजट में सरकार की ओर से कई अहम ऐलान किए गए हैं. वहीं शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार की ओर से कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं। इस वर्ष शिक्षा मंत्रालय का बजट आवंटन 2022-23 में 1.04 लाख करोड़ के मुकाबले 1.12 लाख करोड़ रुपये से मामूली 8 प्रतिशत बढ़ा है। सिद्धार्थ शिक्षा समिति के उपाध्यक्ष सुमित मिश्रा ने कहा कि एजुकेशन सेक्टर के बजट को बढ़ाया जाना उम्मीद की नई किरण लेकर आया है। शिक्षा में बजट का बढ़ाया जाना एक अच्छा कदम है, इससे देश के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी और क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने बजट में 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित करने की बात कही हैं जो एक सार्थक कदम हैं तथा मेडिकल की पढ़ाई के लिए बहु-विष्यक सहायक सामग्री की व्यवस्था भी की जाएगी।
इसी तरह सभी तबकों के छात्रों और युवाओं के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना करना सरकार की मजबूत इच्छा को शक्ति दर्शाती हैं। इस डिजिटल लाइब्रेरी में सभी भाषाओं की महत्वपूर्ण किताबें रखी जाएंगी ताकि बच्चों और युवाओं को अपने पसंद की सभी किताबे पढ़ने और समझने में आसानी हो। नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी तक सभी की पहुंच को सक्षम बनाने के लिए बच्चों और युवाओं को प्रोत्साहित भी किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के जिला पंचायत से सहायता ली जाएगी ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं और बच्चों को नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का जानकारी दी जा सके और साथ ही उन्हें इसका लाभ बताया जा सके। उपयुक्त पठन सामग्री देने के लिए छात्रों और युवाओं से जुड़ने का प्रयास किया जाएगा और जो एनजीओ शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं उनके साथ जुड़ना इस बार बजट का मुख्य उद्देश्य है। देश में क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार शिक्षकों के लिए अगले साल तक बेहतर और आधुनिक टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर भी खोलेगी जिससे देश को उचित गुणवत्ता वाले शिक्षक मिल सके |