बरेली। राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान द्वारा आज शहीदे आजम सरदार भगत सिंह की 111 वीं जयंती पर बरेली सिटी सब्जी मंडी स्तिथ महात्मा गांधी हायर सेकेंडरी स्कूल में सरदार भगत सिंह की प्रतिमा पर बाल अर्पण कर सरदार भगत सिंह को याद किया जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदू जी ने बताया कि भगत सिंह का पंजाब के बंगा गांव में 28 सितंबर 1907 को हुआ था उनके पिता सरदार किशन सिंह एक क्रांतिकारी सेनानी तथा किसान थे उनकी माता विद्यावती कौर एक ग्रहणी महिला थी सरदार भगत सिंह ने कम उम्र में हिंदी अंग्रेजी और पंजाबी बोलना और पढ़ना सीख लिया था किशोरावस्था में पढ़े यूरोपीय आंदोलन बा माक्रेसवादी स्वामी विचारों नें भोले प्रभावित किया आजादी का जुनून फोन में स्वाभाविक था क्योंकि वे स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से थे सरदार भगत सिंह कें 12 वर्ष की आयु में हुए जलियांवाला हत्याकांड नें इतने झकझोर दिया अपनी पढ़ाई छोड़कर भगत सिंह ने 1926 में नौजवान भारत सभा का गठन किया और 17 दिसंबर 1928 को भगत सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर साँण्डर्स की हत्या किये 8 अप्रैल 1929 को दिल्ली असेम्बली में बम फोड़ने की सजा में उन्हें फांसी दे दी गई देश के लिए मर मिटने वाले देश भक्तों में भगत सिंह का नाम बुलाया नहीं जा सकता देश के प्रति उनका प्रेम दीवानगी और मर मिटने का भाव शेरो शायरी और कविताओं में सब दिखाई देता है जो आज युवाओं में जोश भरने का काम करता है राष्ट्रीय महामंत्री नरेंद्र पाल ने सरदार भगत सिंह को शत-शत नमन करते हुए भगत सिंहको याद किया भगत सिंह का कहना था जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई, मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता, नोटों में भी लिपटकर, सोने में सिमट कर मरे हैं शासन कई, मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता भगत सिंह जयंती कार्यक्रम में महात्मा गांधी हाई सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य विवेक मोहनसिंह, रामेश्वर दयाल, राहुल गुप्ता, अमरदीप सिंह, शांति पाल सिंह, जेठालाल गंगवार, प्रवीण कुमार शर्मा,राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदु जी, राष्ट्रीय महामंत्री नरेंद्र पाल, महिला महानगर अध्यक्ष बबली गुप्ता एवं स्कूल की छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे
