ब्यूरो रिपोर्ट
आंवला बरेली: आंवला तहसील के गांव दरामनगर के रहने वाले नबी अहमद का 5 वर्ष का बछड़ा उसके घेर में बंधा हुआ था। शाम के समय जब वह घर से घेर पर गया तो बछड़ा गायब था। उसने काफी खोज बीन की मगर कोई पता नहीं चला। क्योंकि उसके बछड़े को कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया था। नबी अहमद ने जब इसकी शिकायत आंवला के अस्पताल के निकट रहने वाले कसाई अकरम से की तो वह आग बबूला हो गया और धमकी देने लगा। इसके बाद नबी अहमद पर कई लोग समझौते का दबाव बनाने लगे और कहा या तो समझौता कर लो अगर समझौता नहीं करोगे तो जैसे तुम्हारे बछड़े को काट कर गायब कर दिया वैसे तुझे भी गायब कर दिया जाएगा। नबी अहमद और उसका परिबार काफी डरा हुआ है। उसने जैसे तैसे आँवला थाना में शिकायत की। नबी अहमद बहुत ही गरीब और कमजोर व्यक्ति है जबकि आरोपी दबंग है। अब सवाल यह उठता है कि योगी सरकार के गौवंश को लेकर तमाम तरह के दावे और सुरक्षा की बात की जाती है, मगर बेखौफ़ लोग घर से घेर गाय और बछड़े चोरी कर ले जाते हैं। आखिर इन पर प्रशासन का खौफ क्यों नहीं है??आखिर कौन है इनका सरगना ?? जो इनको घर से चोरी करने की हिम्मत देता है?? देखना यह है कि आँवला पुलिस प्रशासन इन पर क्या कार्रवाई करता है??या फिर धमका कर फैसला करा दिया जाएगा???अगर नबी अहमद को न्याय नहीं मिलता है तो योगी सरकार पर प्रश्न चिन्ह लग जाएगा। क्योंकि उनके द्वारा अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई का दवा हवा हवाई साबित होगा।