ग्रामीण बैंक के प्रधान रोकड़िया व सहायक प्रबन्धक ने कर डाला बडा घोटाला।

संवाददाता अखलाक अन्सारी

बरेली की तहसील नबाबगंज नगर की बड़ौदा यूपी बैंक के प्रधान रोकड़िया व सहायक प्रबन्धक ने सौ से भी अधिक निष्क्रिय खातों को बिना वैध औपचारिकता के ही सक्रिय कर लाखों रुपए आहरित कर लिए तो दो किसानों की केसीसी की राशि में भी घोटाला कर लिया । मामले की पुष्टि होने पर शाखा प्रबन्धक ने इन दोनों के साथ ही घोटाले में सहयोगी बैंक भवन स्वामी के पुत्र व बैंक मित्र के विरुद्ध गम्भीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
प्रधान रोकड़िया प्रिन्स कुमार व सहायक प्रबन्धक दारासिंह मीणा पर आरोप है कि इन दोनों ने साजिस करके 24 अगस्त 2020 से 18 नवम्बर2022 के बीच 121 खाताधारकों के खातों से बिना खाताधारकों की जानकारी के ही 49 लाख 26 हजार पांच सौ रुपए की राशि निकाल ली, इनमें से निष्क्रिय पड़े मृत हो चुके105 खातों को बिना किसी वैध औपचारिकता के ही सक्रिय कर कई लाख की राशि आहरित कर ली । इसके अलावा गत पहली दिसम्बर2022 को प्रधान रोकडया प्रिन्स ने गंगाराम व लक्ष्मण प्रसाद के केसीसी खाते से तीन लाख82 हजार रुपए आहरित करने के साथ ही खाता रोटेट करने के लिए नकद जमा की गई25 हजार छः सौ की राशि भी हड़प ली और इसी दिन सर्वेश कुमार के बचत खाते से99 हजार नौ सौ निकाल लिए । उसने उसी दिन इस राशि में से बैंक भवन स्वामी रामपाल के पुत्र महेन्द्र को साढ़े चार लाख व बैंक मित्र धौरेरा वासी ओमप्रकाश के पुत्र यतेन्द्र पाल को50 हजार की राशि सौंपी थी, जिसका खुलासा बैंक के सीसीटीबी कैमरे से हो गया । सारे मामले की पुष्टि होने के बाद बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबन्धक ने इन चारों के विरुद्ध धारा409,467,468 व 471 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। शाखा प्रबन्धक ने बताया कि प्रधान रोकडिया प्रिन्स को तो पहले ही निलम्बित किया जा चुका है तो सहायक प्रबन्धक दारा सिंह मीणा फरार चल रहा है।

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